Bollywood का ही-मान: Dharmendra की शानदार करियर की कहानी
Dharmendra, जिन्हें Bollywood का “ही-मान” कहा जाता है, भारतीय सिनेमा के सबसे महान और लोकप्रिय कलाकारों में से एक रहे हैं। उनका करियर कई दशकों का है, जिसमें उन्होंने कई ब्लॉकबस्टर फिल्में दी हैं, जो आज भी दर्शकों के दिलों में ज़िंदा हैं। उनकी एक्टिंग स्टाइल, करिश्मा और स्क्रीन प्रेजेंस ने उन्हें हर दिल अजीज बनाया। 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे मुंबई के Breach Candy Hospital में भर्ती थे, जहां उन्हें सांस लेने में दिक्कत के कारण इलाज दिया जा रहा था। उनकी मृत्यु ने भारतीय सिनेमा के एक युग का अंत कर दिया।
Dharmendra की टॉप 5 सुपरहिट फिल्में!
- शोले (1975) – बॉलीवुड का क्लासिक एक्शन-ड्रामा, जिसमें धर्मेंद्र की भूमिका और उनकी “ही-मान” वाली छवि ने फैंस को दीवाना बना दिया।
- चुपके चुपके (1975) – कॉमेडी का मास्टरपीस, जिसमें उनकी कॉमिक टाइमिंग ने सभी का दिल जीत लिया।
- फूल और पत्थर (1966) – उनके करियर की पहली बड़ी सफलता, जिसने उन्हें सुपरस्टार बना दिया।
- अंदाज़ (1971) – एक रोमांटिक फिल्म, जिसने उनकी बहुमुखी प्रतिभा को साबित किया।
- राजा हरीशचंद्र (1979) – धर्मेंद्र की गंभीर और संवेदनशील अभिनय का बेहतरीन उदाहरण।
फिल्मी यात्रा का सार
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60+ सालों का करियर, सैकड़ों फिल्मों में अभिनय।
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एक्शन और रोमांस का बेहतरीन मेल।
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कॉमेडी और ड्रामा दोनों में महारत।
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भारतीय फिल्म उद्योग के स्तंभ और प्रेरणा स्रोत।
Dharmendra का आखिरी फिल्मी सफर
Dharmendra ने अपने लंबे करियर में कई यादगार फिल्में दी हैं। उनकी आखिरी फिल्म युद्ध से युग(2023) थी, जहां उन्होंने अपनी पुरानी चमक और अभिनय को फिर से दिखाया। हालांकि अब वह फिल्मों से दूर हैं, लेकिन उनका सिनेमा जगत में योगदान अमर है। Dharmendra की आखिरी फिल्म इक्कीस है, जो 25 दिसंबर 2025 को रिलीज होने वाली है। इस फिल्म का निर्देशन श्रीराम राघवन ने किया है। यह फिल्म भारत के सबसे जवान परमवीर चक्र प्राप्त सैनिक, सेकंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल की सच्ची कहानी पर आधारित है। फिल्म में Dharmendra ने अरुण खेत्रपाल के दादा का किरदार निभाया है, जो अपने पोते को वीरता और देशभक्ति की कहानियां सुनाते हैं। यह फिल्म Dharmendra के प्रशंसकों के लिए खास है क्योंकि यह उनका आखिरी प्रदर्शन होगा।
बॉलीवुड का अनमोल रत्न
Dharmendra ने अपने करियर में कई गोल्डन फिल्मों में अभिनय किया, जिनमें शोले, चुपके चुपके, और फूल और पत्थर जैसे क्लासिक्स शामिल हैं। उनकी बेहतरीन एक्टिंग, सहजता, और करिश्माई व्यक्तित्व ने फिल्म प्रेमियों के दिलों पर अमिट छाप छोड़ी।
एक यादगार विरासत
धर्मेंद्र न केवल फिल्मों के सुपरस्टार रहे, बल्कि एक ऐसे कलाकार थे जिन्होंने भारतीय सिनेमा को नई दिशा दी। उनकी यादें और फिल्मे हमेशा जनता के दिलों में जीवित रहेंगी। लाखों प्रशंसक उन्हें हमेशा अपने दिल में रखेंगे।